यद्यपि मुंबई की जीवन रेखा मानी जानेवाली तकरीबन २१५० गाड़ियाँ लाखो मुंबईकरो को उनके गंतव्य तक पहुँचाती है फिर भी लगभग ७५ लाख यात्रियों के लिए यह चुनौती पूर्ण स्थिति है, जहाँ रेल में पांव रखने की जगह मुश्किल होती है| अब समय आ गया है कि मुंबई की यह जीवन रेखा मेट्रो रेल से बदल जाये - इसके उत्तम दर्जे के तीव्रगति की यातायात सुविधा (Rapid Transit System) के द्वारा|
मुंबई मेट्रो लाइन -३ भारत की वित्तीय राजधानी मानी जाने वाली मुंबई के यातायात का दृश्य पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखने वाली परियोजना है| यह कोलाबा, बांद्रा, सिप्झ होकर जाने वाला ३३.५० किलोमीटर लम्बा मार्ग है जिसके द्वारा बृहन्मुंबई की यातायात की रुकावटें कम होने की संभावना है| इस परियोजना के लिए मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड शीर्षस्थ संस्था है| भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार के बीच ५०-५०% भागीदारी मे एक संयुक्त संस्था के रुप मे इसे स्थापित किया गया है|
मुंबई मेट्रो -३ की तीव्र-गति यातायात सुविधा (Mass Rapid Transit System) का मूल उद्देश्य है, अपनी उच्चत्तम सेवाओं को मुंबईकर की दरवाजे तक लेकर जाना और पूरक की भूमिका में उन क्षेत्रों को भी जोड़ना जो उपनगरीय रेल सेवाओं से वंचित हैं| मुंबई मेट्रो लाइन -३ योजना पूरी तरह कार्यान्वित होने के पश्चात सड़क यातायात बड़े पैमाने पर कमी आ जायेगी और स्थानीय यातायात को बढ़ावा मिलेगा| मुंबई मेट्रो लाइन -३ परियोजना की वजह से करीब १६ लाख रेल यात्रियों को वातानुकूलीत डिब्बो में सफर, कम समय मे यात्रा, ध्वनी व हवा के प्रदूषण रहित वातावरण और सुरक्षित व आरामदेह सफ़र के अनुभव का मौका मिलेगा| पूर्ण होने पर इस भूमिगत परियोजना के २६ स्टेशन, ६ व्यावसायिक क्षेत्रों को, ३० शिक्षा संस्थानों को, ३० खेलकूद की सुविधाओं को और स्थानीय व अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को परस्पर जोड़ देंगे। इसमें पांच स्टेशन, उपनगरीय रेलों में बदलने के लिए होंगे तथा एक मोनो रेल के लिए और एक 'वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर' मेट्रो-१ के लिए।
मुंबई मेट्रो लिंक -३ परियोजना को इक्कीसवी सदी का सबसे अत्याधुनिक यातायात के साधन के रुप मे देखा जा रहा है| परियोजना का निर्माण करते हुए अभी मौजूदा इमारतों को सुरक्षा देने के लिए आधुनिक टेक्नोलोजी का प्रयोग किया जाएगा| रेल मार्ग पर प्रवेश रोकने के लिए स्टेशनों पर प्लेटफार्म स्क्रीन दरवाजे लगाए जाएंगे|
स्टेशनों पर स्वचालित ‘किराया जमा’ करने वाले यंत्र लगाये जाएंगे, ताकि आय में कोई कमी न हो| मुंबई मेट्रो लाइन -३ परियोजना मुंबई के लिए पर्यावरण-पूरक परियोजना होगी| हमारी चुनौतियाँ बहुत है क्योंकि संयोजकता (Connectivity) और आराम कीमत पे ही मिलते है|